कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है। दुनिया के सभी देषों में यह वायरस मौत बरसा रहा है और सम्पूर्ण विष्व के वैज्ञानिक इस नन्हें से वायरस पर काबू पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बना पाये हैं। लगभग पांच माह बाद भी इस वायरस को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं हैं कि ये जैविक हथियार है या वायरस है। इससे निपटने के लिए वैक्सीन कैसे बनेगी और कौन बनायेगा।तमाम रिसर्चर यह नहीं पता लगा पा रहे हैं कि कोरोना परिवार का यह खतरनाक वायरस मानव में कैसे पहुंचा। अब अमेरिका के वैज्ञानिक ने यह चेतावनी जारी कर दी है कि कोरोना वायरस के माध्यम से कुदरत ने खतरनाक संदेष भेजा है और मानव को एक तरह से अल्टीमेटम दिया है कि यदि अगर अभी भी तुमने कुदरत के साथ अपनी दखल बंद नहीं की तो इससे भी खतरनाक महामारी धरती में इंसानों के बीच फैल सकती है। अमेरिकी पर्यावरण विभाग के प्रमुख इनगर एंडरसन ने कहा कि आज मानव ने कुदरत के क्षेत्र में अनेक तरह से इतना दखल बढ़ा दिया है कि अब धरती अब अपनी सुरक्षा करने में असमर्थ महसूस कर रही है और मानव का यही रवैया जारी रहा तो धरती का विनाष बहुत ही निकट ही समझो। एंडरसन ने कहा कि कोविड-19 एक तरह की स्पष्ट चेतावनी है कि अगर अभी नहीं संभले तो जंगली जानवरों से होने वाली इससे भी भयानक बीमारियों का इंसान को सामना करना पड़ सकता है, जो इंसान के वष में नहीं होगा; उन्होंने कहा कि आज की सभ्यता आग से खेल रही है; आज के इंसान की जीवनषैली ऐसी हो गई है कि वह मानव को विनाष की ओर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि आज हम आधुनिकता और बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वनों को काटा रहे हैं, खेती को समाप्त कर रहे हैं, इससे जंगली जानवरी इंसान के करीब आ रहे हैं क्योंकि उनके रहने का ठिकाना इंसान उजाड़ रहा है और वे इंसानों की ओर बढ़ रहे हैं; इसलिए ये महामारी जल्दी जल्दी धरती पर आ रहीं है क्योंकि जंगली जानवरों से संक्रमण की बीमारियां फैलतीं हैं। उन्होंने इबोला, बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू, मेर्स, सार्स, वेस्ट निले वायरस, जीका वायरस का जिक्र करते हुए कहा कि यह सभी वायरस जानवरों से ही इंसान में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यदि इंसान को इन महामारियों के प्रकोप से बचना है तो सबसे पहले धरती के बढ़ते तापमान पर अंकुष लगाये और वन्य जीवन के साथ खिलवाड़ करना बंद कर दे। संयुक्त राष्ट्र के इन्वायरमेंट प्रोग्राम की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एंडरसन का कहना है कि दुनिया में लगने वाले जानवरों के बाजारों को समाप्त कर देना चाहिये। उन्होंने हाल ही आॅस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भयानक आग को भी इसी का नतीजा बताया है।