भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार को पत्र लिखकर चेताया
वेब सीरीज पर तत्काल प्रतिबंध नहीं लगा तो देश में भड़क सकती है बड़े पैमाने पर हिंसा
लोनी के भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने वेब सीरीज तांडव पर घोर आपत्ति दर्ज कराते हुए केन्द्र सरकार को चेतावनी भरा लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि तांडव वेब सीरीज के माध्यम से सनातन धर्म की मान्यताओं, संस्कृति, सामाजिक समरसता पर कुठाराघात करने का प्रयास किया गया है। इस सीरीज पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाये और इस सीरीज के निदेशक अली अब्बास जफर, सैफ अली खान, जीशान अय्यूब पर रासुका के तहत सख्त कार्रवाई की जाए। भाजपा विधायक ने अपनी ही पार्टी की सरकार को चेताते हुए लिखा है कि यदि इस वेबसीरीज पर तत्काल प्रतिबंध नहीं लगाया तो देश में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क सकती है।
भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने तांडव वेबसीरीज पर आपत्ति दर्ज कराते हुए केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखा है और इस की प्रतियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भेज कर देश के मौजूदा हालात से अवगत कराया है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथी इस्लामिक देशों और अंडरवर्ल्ड दाउद इब्राहिम के हाथों बिक चुक बॉलीवुड के निर्माताओं, लेफ्ट विंग, टुकड़े-टुकड़े गैंग और मुस्लिम कट्टरपंथी समर्थकों द्वारा एक एजेंडे के तहत लगातार सनातन विरोधी कंटेंट को रचनात्मकता, अभिव्यक्ति एवं स्वतंत्रता के नाम पर फिल्म, बेब सीरीज और स्टैंड-अप कॉमेडी का हिस्सा बनाया जाता है जबकि क्या कारण है कि आज तक इनके द्वारा हजरत मोहम्मद साहब और इस्लाम मजहब पर एक भी फिल्म या मजाकिया किरदार नहीं बनाया गया है। यह दोहरा मापदंड ही इनके पूर्वाग्रह से ग्रसित होने का सूचक है। लोनी विधायक ने अपने पत्र में लिखा कि सीएए दंगों के समर्थक और सीरीज के निदेशक अली अब्बास जफर द्वारा प्रॉपेगंडा के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के दोरान हुए प्रायोजित आंदोलन, टुकड़े-टुकड़े गैंग और देश विरोधी विचारधारा को महिमामंडित कर, कार्रवाई को अनुचित ठहराने की निंदनीय कोशिश भी की है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनेपत्र में केन्द्र सरकार से इस विषय का संज्ञान लेते हुए तांडव वेब सीरीज के प्रसारण और डिजिटल प्लेटफार्म अमेजन प्राइम इंडिया पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ निदेशक अली अब्बास जफर, जीशान अय्यूबख् सैफ अली खान व अन्य फर्जी कलाकारों पर रासुका के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है ताकि भविष्य में किसी भी माध्यम से देशविरोधी, धर्म विरोधी और सामाजिक समरसता को नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री प्रसारित करने का कोई दुस्साहस न कर सके।
इससे पूर्व लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने सूचना प्रसारण मंत्री को लिखे अपने पत्र में लिखा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रसारित बेलगाम कंटेंट को नियंत्रित करने के लिए अध्यादेश जारी करने के बावजूद मनोरंजन और रचनात्मकता के नाम पर अश्लील दृश्य, हिंसा, गालियों की भरमार, सनातन धर्म के प्रतीक, संस्कृति और मान्यताओं, हिंदू देवी-देवताओं का अपमान और मखौल उड़ाना बदस्तूर जारी है। अमेजन प्राइम पर अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी तांडव वेब सीरीज के माध्यम से भारत की 100 करोड़ से अधिक की आबादी के आराध्य भगवान भोलेनाथ और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को हास्य व विनोद का विषय बनाया गया है, जो निंदनीय एवं कुत्सित मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि तांडव वेब सीरीज में भगवान भोलेनाथ के भेष में भांड कलाकार जीशान अय्युब द्वारा अपशब्दों का प्रयोग, महादेव के वेशभूषा में छेड़छाड़ किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। श्री गुर्जर ने लिखा कि सनातन धर्म के आराध्य देवों के अलावा इस सीरीज में सनातन धर्म के ध्वजवाहक स्वामी विवेकानन्द जी के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखकर टुकड़े-टुकड़े गैंग समर्थकों द्वारा उनकी छवि और विचारधारा को धूमिल करने का प्रयास किया गया हैक्योंकि स्वामी विवेकानन्द जी आज भी भारत के विश्व में ब्रांड एम्बेसडर हैं ओर युवाओं के आइकन हैं। लोनी विधायक श्री गुर्जर ने पत्र में लिखा कि इस सीरीज में दलित और सवर्णों के बीच कटुता बढ़ाने का प्रयास किया गया है जो अति निंदनीय है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने माता शबरी के झूठे बेर खाए, केवट को अपने बराबर का स्थान दिया, आदि कवि महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में भगवान के पुत्रों का जनम हुआ, ये तथ्य प्रमाणित करते हैं कि आदिकाल से ही दलित और सवर्णों के बीच कोई कटुता नहीं थी। मुगलों के अत्याचारों और धर्मांतरण के बावजूद दलितों ने निकृष्ट कार्य किया लेकिन हिन्दू धर्म का त्याग नहीं किया।
लोनी के भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने चेतावनी देते हुए कहा कि कट्टरपंथी मुस्लिम निदेशक अली अब्बास जफर के कुकृत्य से देश की बहुसंख्यक हिंदू आबादी आक्रोशित है और अगर इस वेबसीरीज को प्रतिबंधित नहीं किया गया तो देश में किसी भी बड़ी हिंसक घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।