गुजरात के ब्रैंड अम्बेसडर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से खास रिश्ते रखने वाले बिग बी यानी अमिताभ बच्चन का आजकल पॉलिटिकल मूड बदला हुआ नजर आ रहा है। कहीं उनका पीएम मोदी से ब्रेकअप तो नहीं हो गया। इस तरह की अटकलें पॉलिटिकल सर्किल में तेजी से चल रहीं हैं। क्योंकि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन, गांधी परिवार और कांग्रेस के रिश्ते किसी से छिपे नहीं है। कई सालों की दूरी के बाद अमिताभ बच्चन और कांग्रेस के रिश्तों में फरवरी 2018 में एक नया मोड़ देखने को मिला। कई सालों से कांग्रेस और गांधी परिवार से दूरी बनाकर रखकर वाले अमिताभ बच्चन ने दो फरवरी 2018 को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ट्विटर पर फॉलो करना शुरू कर दिया। इतना ही अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल को भी फॉलो किया, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने ऑफिसियल हैंडल से अमिताभ बच्चन को फॉलो बैक किया।
राहुल गांधी और कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के बाद अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम , कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, रणदीप सुरजेवाला, संजय झा, प्रियंका चतुर्वेदी और अजय माकन को ट्विटर पर फॉलो किया। कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें फॉलो बैक नहीं किया, लेकिन कांग्रेस नेता और पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उन्हें धन्यवाद करते हुए उन्हें फॉलो बैक किया । बता दें, गांधी परिवार के साथ बच्चन परिवार को रिश्ता काफी पुराना है। अमिताभ बच्चन कांग्रेस की सीट से यूपी की इलाहबाद सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि बोफोर्स काण्ड के बाद उन्होंने सांसद पद छोडऩा पड़ा था। कहीं 2019 के चुनाव से पहले वह कांग्रेस के और नजदीक आ जाएं।
राहुल गांधी और कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के बाद अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम , कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, रणदीप सुरजेवाला, संजय झा, प्रियंका चतुर्वेदी और अजय माकन को ट्विटर पर फॉलो किया। कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें फॉलो बैक नहीं किया, लेकिन कांग्रेस नेता और पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उन्हें धन्यवाद करते हुए उन्हें फॉलो बैक किया । बता दें, गांधी परिवार के साथ बच्चन परिवार को रिश्ता काफी पुराना है। अमिताभ बच्चन कांग्रेस की सीट से यूपी की इलाहबाद सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि बोफोर्स काण्ड के बाद उन्होंने सांसद पद छोडऩा पड़ा था। कहीं 2019 के चुनाव से पहले वह कांग्रेस के और नजदीक आ जाएं।
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