ग्रेटर नोएडा। आईटीएस इंजीनियरिंग कालेज के इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग ने वास्टनेस एण्ड अपार्टुनिटी इन पॉवर सेक्टर इन करेन्ट सेनेरियो पर एक लेक्चर कराया। इस भाषणमाला के मुख्य वक्ता सीईआरसी दिल्ली के डिप्टी चीफ इंजीनियरिंग श्री विक्रम सिंह थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ईईई विभाग के निदेशक व विभागाध्यक्ष ने की। इसके साथ मुख्य अतिथि के जीवन के बारे में बताया गया। श्री विक्रम सिंह सेन्ट्रल इलेक्ट्रिकल रेगुलेटरी कमीशन में डिप्टी चीफ इंजीनियरिंग पद पर कार्यरत हैं। वह सेंट्रल पॉवर इंजीनियरिंग सर्विस कैडर आफिसर हैं। श्री विक्रम ने अपनी मास्टर डिग्री इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में की और वह दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए हैं। श्री सिंह इनर्जी मैनेजमेंट एण्ड प्लानिंग ट्रेंड हैं। इस समय उनका कार्य डिटरमिनेशन ऑफ टैरिफ आफ द आईएसटीएस ओपन ऐसस को संभालना, आईएसटीएस से जुड़ाव,ग्रिड कोड,प्वाइंट आफ कनेक्शन एण्ड कंजेशन मैनेजमेंट से संबंधित कार्य है।
कार्यक्रम में उन्होंने प्रशंसाजनक लेक्चर दिया। ऊर्जा को ट्रांसमिट, उत्पन्न एवं वितरण का अवसर बताया। उसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे हम प्लान करके विभिन्न प्रकार की ऊर्जा को अपनी जरूरत के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
उनका मुख्य उददेश्य छात्रों को इस विभाग के बारे में विस्तृत जानकारी देना था। अंत में विभागाध्यक्ष ने छात्रों व संकाय सदस्यों का आभार जताया। ईईई विभाग के आईएन राव और पियूष चौबे ने भी कार्यक्रम में अपना अमूल्य सहयोग दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ईईई विभाग के निदेशक व विभागाध्यक्ष ने की। इसके साथ मुख्य अतिथि के जीवन के बारे में बताया गया। श्री विक्रम सिंह सेन्ट्रल इलेक्ट्रिकल रेगुलेटरी कमीशन में डिप्टी चीफ इंजीनियरिंग पद पर कार्यरत हैं। वह सेंट्रल पॉवर इंजीनियरिंग सर्विस कैडर आफिसर हैं। श्री विक्रम ने अपनी मास्टर डिग्री इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में की और वह दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए हैं। श्री सिंह इनर्जी मैनेजमेंट एण्ड प्लानिंग ट्रेंड हैं। इस समय उनका कार्य डिटरमिनेशन ऑफ टैरिफ आफ द आईएसटीएस ओपन ऐसस को संभालना, आईएसटीएस से जुड़ाव,ग्रिड कोड,प्वाइंट आफ कनेक्शन एण्ड कंजेशन मैनेजमेंट से संबंधित कार्य है।
कार्यक्रम में उन्होंने प्रशंसाजनक लेक्चर दिया। ऊर्जा को ट्रांसमिट, उत्पन्न एवं वितरण का अवसर बताया। उसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे हम प्लान करके विभिन्न प्रकार की ऊर्जा को अपनी जरूरत के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
उनका मुख्य उददेश्य छात्रों को इस विभाग के बारे में विस्तृत जानकारी देना था। अंत में विभागाध्यक्ष ने छात्रों व संकाय सदस्यों का आभार जताया। ईईई विभाग के आईएन राव और पियूष चौबे ने भी कार्यक्रम में अपना अमूल्य सहयोग दिया।
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