ग्रेटर नोएडा (ब्यूरो)। आईटीएस इन्जीनियरिंग कॉलेज, ग्रेटर नोएडा के कॉर्पोरेट सोसल रिस्पोन्सिबिलिटी (सीएसआर) ने एक स्वास्थ्य सोसाईटी के उद्देश्य से मुफ्त हैल्थ चैकअप का आयोजन कराया। इस कार्यक्रम को श्री सरोज ढाल, जो कि असिस्टेंट प्रोफेसर इंडस्ट्रियल सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट आफ एप्लाइड साइंस एण्ड ह्यूमिनिटीज ने संभाला।
कार्यक्रम को फोर्टिस एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला नई दिल्ली के साथ आयोजित किया गया। हार्ट चैकअप के लिए 6-8 लोगो की टीम आई जिसके हैड डा नीरज अवस्थी थे। ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, ईसीजी और कंसलटेशन के लिए फ्री चेकअप था। उन्होने यह भी कहा कि अगर ''ईको टेस्टÓÓ हुए तो फोर्टिस एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला नई दिल्ली में होगें।
यह आयोजन प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक हुआ। संकाय सदस्यों व स्टाफ 150 ने इस कार्यक्रम में फ्री चैकअप कराया। उनके मुख पर उतसुक्ता व प्रसन्नता दिखाई दे रही थी। एक्सपर्ट टीम ने हर व्यक्ति को सलाह दी व हर्ट-रिस्क से बचने के तरीके बताए।
प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे विद्यार्थियो, संकाय सदस्यों व स्टाफ के लिए एक हेल्थ टाल्क का आयोजन हुआ। जिसका उददेश्य लाइफ स्टाइल मैनेजमेंट एण्ड प्रिवेन्टिव मेजर पर वार्ता करना था। जिसको सीनियर कंसलटेंट डा नीरज अवस्थी ने दिया।
उन्होने कहा कि दिल से जुडी बीमारियां मृत्यु तक करा सकती है। परन्तु इसका मतलब यह नही है कि आप इसको अपनी किस्मत समझें। हमारे अन्दर ऐसे रिस्क से बचने की शक्ति है। क्योंकि बहुत से तरीके हैं जो इस बीमारी को रोकने में हमारी मदद कर सकते हैं। न हम बहुत छोटे हैं, न ही बहुत वृद्ध कि हम अपने ह्रदय का ध्यान न रख सके। व्यायाम करना, खाना समय पर खाना तथा अन्य बुरी आदते हमारी जिंदगी को बरबाद कर सकती हैं। कोई भी, किसी भी उम्र में ह्रदय को स्वस्थ्य को रखने के उपाय कर सकता है। आने वाली जिंदगी में ह्रदय रोग से बचने के लिए हम एक स्वस्थ जीवन को अपना सकते हैं।
1.धूम्रपान, शराब व तंबाकू का निषेध:-
धूम्रपान व तंबाकू का सेवन करना ह्रदय रोग बढाने का एक बहुत ही विशाल कारण है। तंबाकू मे पडऩे वाले कैमिकल्स हमारे ह्रदय व ब्लड को नुकसान पहॅुचाते हैं। कॉर्बन मोनो आक्साइड, हमारे खून में से ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है, जिसके कारण हमारा ब्लड प्रेशर व हार्ट रेट बहुत ही अधिक मात्रा मे बढ़ जाता है। इन सब मे सबसे अच्छी बात यह है कि अगर हम धूम्रपान छोड़ दें तो ह्रदय रोगों मे होने वाली वृद्धि कम की जा सकती है व जो व्यक्ति धूम्रपान नही करता हो उस इंसान का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
2. 0 मिनट तक व्यायाम हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा दिन किया जए
यदि हम रोज व्यायाम करे तो हम ह्रदय रोग के लक्षण काफी कम कर सकते हैं तथा यदि हम अपनी रोज करने वाली क्रियाओं में शारीरिक काम को भी शामिल कर लें तो और भी लाभ उठा सकते है।
3.साफ व स्वस्थ भोजन:-
स्वस्थ भोजन करने से हम ह्रदय रोगो को कम कर सकते हैं। फल व सब्जियॉ ह्रदय रोगो को कम करती है।
4.उचित वजन को बनाए रखें:-
अगर हमें अपना उचित वजन रखना है तो हमे हमारा बॉडी मास इन्डेक्स को समझकर चलना होगा। बॉडी मास इन्डेक्स में हमारी लम्बाई व वजन से हमारे स्वस्थ होने या न होने के बारे मे पता चलता है।
5.जरूरत है उचित आराम की:-
ऐसे व्यक्ति जो आराम नहीं करते या समय पर निद्रा नही करते, उन्हे अधिक ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, डाईबिटीज आदि बीमाारियों का सामना करना पड़ता है।
6.अपने शरीर का सरल ध्यान रखें:-
हाई ब्लड प्रेशर व हाई कॉलेस्ट्राल हमारे ह्रदय को नुकसान पहुॅचा सकता है। जबतक हम इनको दिखाएॅगें नही तो हमे नही पता चलेगा कि इनकी हालत क्या है। इस लिए समय समय पर दिखाने से हम समझ सकते हैं कि हमे क्या करना चाहिए।
इस वार्ता में वहॉ पर मौजूद व्यक्तियों को बहुत लाभ व जानकारी मिली। कॉर्डिनेटर श्री सरोज ढाल ने सभी संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों का आभार प्रकट किया जिनकी वजह से यह कैम्प सफल हुआ।
कार्यक्रम को फोर्टिस एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला नई दिल्ली के साथ आयोजित किया गया। हार्ट चैकअप के लिए 6-8 लोगो की टीम आई जिसके हैड डा नीरज अवस्थी थे। ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, ईसीजी और कंसलटेशन के लिए फ्री चेकअप था। उन्होने यह भी कहा कि अगर ''ईको टेस्टÓÓ हुए तो फोर्टिस एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला नई दिल्ली में होगें।
यह आयोजन प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक हुआ। संकाय सदस्यों व स्टाफ 150 ने इस कार्यक्रम में फ्री चैकअप कराया। उनके मुख पर उतसुक्ता व प्रसन्नता दिखाई दे रही थी। एक्सपर्ट टीम ने हर व्यक्ति को सलाह दी व हर्ट-रिस्क से बचने के तरीके बताए।
प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे विद्यार्थियो, संकाय सदस्यों व स्टाफ के लिए एक हेल्थ टाल्क का आयोजन हुआ। जिसका उददेश्य लाइफ स्टाइल मैनेजमेंट एण्ड प्रिवेन्टिव मेजर पर वार्ता करना था। जिसको सीनियर कंसलटेंट डा नीरज अवस्थी ने दिया।
उन्होने कहा कि दिल से जुडी बीमारियां मृत्यु तक करा सकती है। परन्तु इसका मतलब यह नही है कि आप इसको अपनी किस्मत समझें। हमारे अन्दर ऐसे रिस्क से बचने की शक्ति है। क्योंकि बहुत से तरीके हैं जो इस बीमारी को रोकने में हमारी मदद कर सकते हैं। न हम बहुत छोटे हैं, न ही बहुत वृद्ध कि हम अपने ह्रदय का ध्यान न रख सके। व्यायाम करना, खाना समय पर खाना तथा अन्य बुरी आदते हमारी जिंदगी को बरबाद कर सकती हैं। कोई भी, किसी भी उम्र में ह्रदय को स्वस्थ्य को रखने के उपाय कर सकता है। आने वाली जिंदगी में ह्रदय रोग से बचने के लिए हम एक स्वस्थ जीवन को अपना सकते हैं।
1.धूम्रपान, शराब व तंबाकू का निषेध:-
धूम्रपान व तंबाकू का सेवन करना ह्रदय रोग बढाने का एक बहुत ही विशाल कारण है। तंबाकू मे पडऩे वाले कैमिकल्स हमारे ह्रदय व ब्लड को नुकसान पहॅुचाते हैं। कॉर्बन मोनो आक्साइड, हमारे खून में से ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है, जिसके कारण हमारा ब्लड प्रेशर व हार्ट रेट बहुत ही अधिक मात्रा मे बढ़ जाता है। इन सब मे सबसे अच्छी बात यह है कि अगर हम धूम्रपान छोड़ दें तो ह्रदय रोगों मे होने वाली वृद्धि कम की जा सकती है व जो व्यक्ति धूम्रपान नही करता हो उस इंसान का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
2. 0 मिनट तक व्यायाम हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा दिन किया जए
यदि हम रोज व्यायाम करे तो हम ह्रदय रोग के लक्षण काफी कम कर सकते हैं तथा यदि हम अपनी रोज करने वाली क्रियाओं में शारीरिक काम को भी शामिल कर लें तो और भी लाभ उठा सकते है।
3.साफ व स्वस्थ भोजन:-
स्वस्थ भोजन करने से हम ह्रदय रोगो को कम कर सकते हैं। फल व सब्जियॉ ह्रदय रोगो को कम करती है।
4.उचित वजन को बनाए रखें:-
अगर हमें अपना उचित वजन रखना है तो हमे हमारा बॉडी मास इन्डेक्स को समझकर चलना होगा। बॉडी मास इन्डेक्स में हमारी लम्बाई व वजन से हमारे स्वस्थ होने या न होने के बारे मे पता चलता है।
5.जरूरत है उचित आराम की:-
ऐसे व्यक्ति जो आराम नहीं करते या समय पर निद्रा नही करते, उन्हे अधिक ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, डाईबिटीज आदि बीमाारियों का सामना करना पड़ता है।
6.अपने शरीर का सरल ध्यान रखें:-
हाई ब्लड प्रेशर व हाई कॉलेस्ट्राल हमारे ह्रदय को नुकसान पहुॅचा सकता है। जबतक हम इनको दिखाएॅगें नही तो हमे नही पता चलेगा कि इनकी हालत क्या है। इस लिए समय समय पर दिखाने से हम समझ सकते हैं कि हमे क्या करना चाहिए।
इस वार्ता में वहॉ पर मौजूद व्यक्तियों को बहुत लाभ व जानकारी मिली। कॉर्डिनेटर श्री सरोज ढाल ने सभी संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों का आभार प्रकट किया जिनकी वजह से यह कैम्प सफल हुआ।
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