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Sunday, 31 August 2014

काशी से शुरू हुआ मोदी का स्मार्ट सिटी का सपना साकार

नई दिल्ली(ब्यूरो)।
। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा की एक समझौते के साथ उल्लेखनीय शुरुआत हुई है। समझौते के तहत क्योतो के सहयोग और अनुभव से उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। क्यतो जापान का स्मार्ट शहर है जो विरासत और आधुनिकता का संगम है।  
दोनों देशों के बीच भागीदार शहर संबद्धता समझौते पर हस्ताक्षर के साथ ही स्मार्ट विरासत शहर कार्यक्रम की शुरुआत है। इस समझौते के मौके पर मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे मौजूद थे जो भारत के प्रधानमंत्री से मिलने के लिए यहां विशेष तौर पर तोक्यो से यहां आए थे।
मोदी के यहां पहुंचने के तुरंत बाद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौते पर जापान में भारत की राजदूत दीपा वाधवा और क्योतो के मेयर दायसाकू कादोकावा ने किए। मोदी अपनी जापान यात्रा के शुरुआती दो.दिवसीय चरण में यहां पहुंचे हैं। समझौते पर हस्ताक्षर से जुड़े समारोह से पहले एबे ने क्योतो गेस्ट हाउस में उनका स्वागत किया।विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने संवाददाताओं को बताया कि समझौते के तहत धरोहर संरक्षण, शहर के आधुनिकीकरण और कला, संस्कति और शैक्षणिक क्षेत्र में सहयोग पर सहमति जताई गई है। उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के बीच स्मार्ट विरासत शहर कार्यक्रम की शुरुआत है। यह समझौता मोदी की भारत में 100 स्मार्ट शहर बनाने की योजना के अनुरूप है।
इस समझौते के तहत सहयोग का विस्तृत खाका तैयार किया जाएगा जो आनेवाले दिनों में आगे और आपसी सहमति का आधार बनेगा। दोनों शहर समानता और आपसी मान-सम्मान पर आधारित सिद्धांतों के तहत आदान-प्रदान और सहयोग का प्रयास करेंगे। ये सहमति वाले क्षेत्रों में लगातार सूचनाओं और विचारों का आदान-प्रदान करेंगे और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग करेंगे। इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद एबे ने मोदी के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया जो बड़ी उम्मीदों के साथ यहां आए हैं कि द्विपक्षीय संबंध में नया अध्याय लिखा जाएगा और रणनीतिक एवं वैश्विक भागीदारी को उच्चतर स्तर पर ले जाया जा सकेगा। रात्रिभोज से पहले मोदी और एबे ने मछली को भोजन खिलाने के एक विशेष समारोह में हिस्सा लिया। जापान में यह रिवाज इसलिए है कि उनका मानना है कि इससे मछली को ताकत और दृढ़ता मिलती है। इससे पहले मोदी जापान की पांच दिन की यात्रा के पहले चरण में  यहां ओसाका इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। उनकी यह भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
मोदी और जापान की प्रधानमंत्री शिंजो एबे अब एक सितंबर को तोक्यो में विस्तृत बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों पक्ष रणनीतिक और वैश्विक भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर विचार करेंगे। मोदी के पास इस दौरे के लिए व्यापक एजेंडा है जिससे उन्हें उम्मीद है कि द्विपक्षीय संबंधों में नया अध्याय लिखा जाएगा और रणनीति एवं वैश्विक भागीदारी को नए स्तर पर ले जाया जा सकेगा। नई सरकार ने विकास की रफ्तार तेज करनेए महंगाई को नियंत्रण में रखनेए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने इत्यादि के लिए विभिन्न कदम उठाए। आम बजट 2014 इन सभी समस्याओं से मुस्तैदी के साथ निपटने की दिशा में पहला क्रांतिकारी प्रयास था। अब सभी कदमों के नतीजे दिखने लगे हैं।

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