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Sunday, 21 September 2014

भारत और दक्षिण कोरिया के सांस्कृतिक संगम का अनूठा नजारा दिखा

ग्रेटर नोएडा (ब्यूरो)। गांव वैदपुरा में स्थित संत विनोबा इंटर कालेज में शुक्रवार को भारत और दक्षिण कोरिया के सांस्कृतिक संगम का अनूठा नजारा दिखा। इस नजारे को देख हजारों लोग अभिभूत हो गए।
वैदपुरा के श्रीसंत विनोवा भावे इंटर कालेज में पिछले चार दिनों से कोरियाई प्रशिक्षकों द्वारा यहां के विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास में लैपटॉप के प्रशिक्षण के साथ ही साइंस और कविता तथा साफ सफाई का भी प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम का आगाज गत 15 सितम्बर को वैदपुरा कालेज में बनी स्मार्ट क्लास की लैब में 40-40 बच्चों के दो बैच को लैपटाप का प्रशिक्षण के साथ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सैमसंग इंडिया के एमडी बीडी पार्क ने किया। कार्यक्रम का समापन सैमसंग इंडिया के निदेशक पार्क यांग ने किया। इस कार्यक्रम के आयोजन में आलम्ब संस्था, संस्था प्लान ने सहयोग दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य तेजपाल सिंह नागर ने छात्रों से कहा कि दक्षिण कोरियाई लोग काफी मेहनत करते हैं , वे परिश्रम करते समय किसी तरह का संकोच भी नहीं करते हैं। हमें उनके इससे प्रेरणा लेकर कठिन परिश्रम करते हुए शिक्षा में नए आयाम स्थापित करने हैं। गैर सरकारी संस्था प्लान के निदेशक असीम कपूर ने आयोजन के लिए सभी सहयोगी संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके अलावा विद्यालय के  प्रधानाचार्य श्री नागर, शिक्षकों और बच्चों के प्रति भी आभार जताया।
शुक्रवार को कार्यक्रम का भव्य समापन हुआ। समापन समारोह में सुबह पहले आउटडोर एवं इनडोर गेम का आयोजन किया गया। आउटडोर गेम में 10 तरह के खेलों का आयोजन किया तथा इन्डोर गेम में आठ तरह के खेलों का आयोजन हुआ। इन खेलों में 18 टीमों ने भाग लिया। इन टीमों में 120 बच्चों ने भाग लिया।
इसके बाद मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम भारतीय व दक्षिण कोरियाई बच्चों और प्रशिक्षकों द्वारा आयोजित किया गया।
वैदपुरा स्कूल के बच्चों ने भव्य आकर्षक यशोदा री मैया, एक पंजाबी गीत के साथ चक दे इंडिया पर कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपििस्थत लोगों का मन मोह लिया। वैदपुरा स्कूल के बच्चों को सांस्कृूतिक कार्यक्रम  के लिए विद्यालय की शिक्षिकाओं श्रीमती विमलेश कुमारी,सुश्री शकुंतला शर्मा और सुश्री ममता नागर जमकर प्रशिक्षित किया। उनके प्रशिक्षण से तैयार बच्चों ने बहुत ही आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तु किया। इसके लिए बच्चों की तारीफ के साथ ही उन्हें तैयार करने वाले इन हस्तियों की भी जमकर प्रशंसा की गई। इसके बाद दक्षिण कोरियाई प्रशिक्षकों ने ड्रम वादन और अन्य परंपरागत नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को झूमने को विवश कर दिया। स्मार्ट क्लास में बच्चों को लैपटाप पर कम्यूटर की बेसिक जानकारी के अलावा फोटों,कैमरे व मैमोरी कार्ड से संबंधित टेकनॉलॉजी का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा मूवी बनाना व टीपीटी तैयार करना भी सिखाया गया। इसके अलावा चार दिनों के दौरान साइंस की क्लास भी कोरियाई प्रशिक्षकों द्वारा चलाई गई। इस क्लास मेंबच्चों को पानी को शुद्ध करने की विधि,साबुन बनाने की विधि, शरीर के जोड़ों के बारे में जानकारी देना व उनके महत्व को समझाया गया। इसके अलावा कई प्रैक्टिकल भी करवाए गए। इन प्रैक्टिकल के बारे में टैबलेट से भी जानकारी दी गई। इस क्लास में प्रतिदिन 40 बच्चों ने प्रशिक्षण लिया। इस तरह से 160 बच्चों को प्रशिक्षित किया गया।
छात्र-छात्राओं में साहित्यिक विकास को गति देने के लिए कविता की क्लास चलाई गई। इस क्लास में 20-20 बच्चों के दो बैच रोजाना चलाए गए। इनमें बच्चों को माता-पिता, एवं पशुओं व अन्य उदाहरण के रेखाचित्र बनवाए जाते थे और फिर उनसे इन चित्रों के आधार पर कविता रचने की कला को सिखाया जाता था।
यह क्लास सुबह नौ बजे से 11 बजे और फिर 11.30बजे से दोपहर एक बजे तक चलाई जाती थी। इसके साथ बच्चों में अच्छे स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई का प्रशिक्षण दिया गया। इस क्लास में रोजाना 40 बच्चों ने प्रशिक्षण लिया। इसमें बच्चों को हाथ एवं शरीर व कपड़ों की साफ सफाई के बारे में बताया गया। कोरियाई दल ने बच्चों को टूथ ब्रश साबुन आदि उपयोगी वस्तुओं की किट देकर प्रोत्साहित किया। 

1 comment:

  1. क्षेत्र के बच्चों का भविष्य़ होगा उज्जवल........

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