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Sunday, 7 September 2014

अब गांव-गांव में जन-जन तक पहुंचना चाहते हैं मोदी

शिक्षक दिवस पर देश के किशोंरों से रूबरू होने के बाद अब रेडियो पर जनता के सामने हाजिर होंगे पीएम
नई दिल्ली (डीएलई)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब देश के दूर-दराज में रहने वाले हरेक व्यक्ति से रूबरू होना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अब रेडियो के माध्यम से बातचीतक करने की योजना बनाई है। इसके लिए उन्होंने देश की जनता से ही राय मांगी है। शिक्षक दिवस पर देश के करोड़ों छात्रों को सीधे संबोधित करने के बाद मोदी अब रेडियो जैसे गांवों में सुलभ  साधन के माध्यम से जनता से संवाद स्थापित करने जा रहे हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो बहुत जल्द ही प्रधानमंत्री एक निश्चित अंतराल पर देश भर की जनता के साथ रेडियो पर लाइव बातचीत करते सुने जाएंगे।  हाल ही में इस बारे में केंद्र सरकार की वेबसाइट मॉय गॉव पर जनता से सुझाव मांगे हैं।
 प्रधानमंत्री ने रेडियो पर संदेश के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं। लोग मॉयगोव वेबसाइट पर अपने विचार भेज सकते हैं। रेडियो पर इस संवाद प्रक्रिया को शुरू करने से पहले मोदी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जनता उनसे किन मुद्दों पर, कितनी देर और कितने अंतराल पर बात करना चाहती है। अभी तक जनता की तरफ से जो सुझाव आए हैंए उसके मुताबिक ज्यादातर लोग हर तीन महीने पर मोदी के साथ रेडियो पर संवाद स्थापित करना चाहते हैं। अवधि तय करने के लिए अभी और प्रतिक्रियाओं का इंतजार किया जा रहा है। एक महीने से लेकर तीन महीने के बीच मोदी और जनता के बीच रेडियो पर संवाद हो सकता है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद रेडियो पर मोदी का यह पहला संदेश होगा। वैसे प्रधानमंत्री ने पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूली छात्र.छात्राओं को संबोधित किया था, जिसे देशभर में देखा गया। इससे पहले वह 15 अगस्त के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से भी देश को संबोधित कर चुके हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि प्रधानमंत्री का संदेश रेडियो पर कब प्रसारित किया जाएगा। लेकिन इस कार्यक्रम का विषय काफी विस्तृत होगा। इसमें ताजा तरीन किसी अहम मुद्दे से लेकर राष्ट्र के समक्ष चुनौतियों या किसी अन्य लोक महत्व के मुद्दे को शामिल किया जा सकता है।
कार्यक्रम की रूपरेखा पर भी अभी फैसला नहीं किया गया है। लेकिन यह पक्का है कि यह राष्ट्र के नाम प्रसारण नहीं होगाए बल्कि जनता और प्रधानमंत्री के बीच एक खुली चर्चा होगी।

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