66 चीजें की सस्तीं, कई और पर होगा विचार:जेटली
सरकार ने आम जनता को राहत देते हुए 66 वस्तुओं पर जीएसटी के तहत टैक्स रेट को कम किया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैठक के बाद कहा कि 133 वस्तुओं को रिव्यू के लिए पेश किया गया। इसमें से 66 वस्तुओं की टैक्स दर को जीएसटी काउंसिल ने कम किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि सौ रुपये से अधिक के सिनेमा टिकट पर पहले की ही तरह 28 फीसदी की दर टैक्स लगेगा। लेकिन 100 रुपये से नीचे के टिकट पर टैक्स दर को घटाकर 18 फीसदी किया गया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक अगले रविवार को सुबह 11.30 बजे से इसी स्थान पर होगी। उन्होंने कहा कि इंसुलिन की दर को 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी किया गया है। बच्चों के स्कूल बैग पर 28 की जगह 18 फीसदी की दर लागू होगी। जब जेटली से सेनेटरी नेपकीन्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।जेटली ने कहा कि इसी तरह से काजू, इंसुलिन और अगरबत्ती पर पहले 12 फीसदी जीएसटी दर तय की गई थी जिसे अब कम कर पांच फीसदी कर दिया गया है। कंप्यूटर प्रिंटर, डेंटल वैक्स, स्कूल बैग, प्लास्टिक तारपोलिन, प्लास्टिक बीड्स, कंक्रीट पाइप और ट्रैक्टर के कलपुर्जे की जीएसटी दर को 28 से कम कर 18 प्रतिशत कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कॉपियां, बर्तन और डिब्बा बंद फल, सब्जियां, अचार, टॉपिंग्स, इंस्टेंट फूड और सॉस पर जीएसटी को 18 से कम कर 12 प्रतिशत कर दिया गया है। कलरिंग बुक पर जीएसटी को 12 से घटाकर शून्य कर दिया गया है।
जेटली ने कहा कि अब 75 लाख रुपये तक के कारोबारी, विनिर्माता और रेंस्त्रां वाले कंपोजिशन स्कीम का लाभ उठा सकेंगे जबकि पहले यह सीमा 50 लाख रुपए थी। उन्होंने कहा कि जिन वस्तुओं पर जीएसटी दर कम की गई है उससे वे उत्पाद सस्ते हो जाएंगे लेकिन इससे सरकारी राजस्व पर असर पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि जीएसटी परिषद की अब अगली बैठक 18 जून को दिल्ली में आयोजित की जाएगी जिसमें लॉटरी और ई-वे बिल पर जीएसटी दर को लेकर चर्चा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सरकार एक जुलाई से जीएसटी को लागू करने की तैयारियां कर रही है और इसी के मद्देनजर सभी वस्तुओं और सेवाओं के लिए जीएसटी दरें तय की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी का विरोध करना उचित नहीं है,केवल वही लोग विरोध कर रहे हैं जो कर के ढांचे का बेजा लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी से कारोबारी,व्यापारी और आम ग्राहक सभी को लाभ मिलने वाला है। इसका असर अगले वर्ष तक स्वयं दिख जाएगा।
No comments:
Post a Comment