धनवान बनने का अचूक मंत्र क्या है? यह जानने के लिए हमने श्रीकृष्ण अर्जुन संवाद को लेकर विचार किया। इस संवाद में श्रीकृष्ण अर्जुन को बताते हैं कि जो व्यक्ति सम्पन्नता प्राप्त करना चाहता है वह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जागे और उस समय विचरण कर रहे देव और पितरों से विधि-विधान से आशीर्वाद प्राप्त करे।
यह विधिविधान क्या है? इस पर मंथन करने पर पता चला है कि आप ब्रह्म मुहूर्त में चारपाई पर जागने के बाद अपनी दोनो हथेलियों को जोड़ कर दर्शन करें,क्योंकि-
कराग्रे वसते लक्ष्मी, कर मध्ये तू सरस्वती। कर मूले तू गोविन्दा प्रभाते कर दर्शनम।
अर्थात हथेली के अग्र भाग यानी आगे के हिस्से में मां लक्ष्मी का वास होता है। हथेली के मध्य भाग में मां सरस्वती का वास होता है और हथेली के मूल यानी कलाई के पास गोविन्दा यानी नारायण का वास होता है। इन तीनों देवों के दर्शन करने और उन्हें चूमने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो आपकी धनसंपदा में वृद्धि में सहायक होता है।
चारपाई से उठने के बाद आपके घर में माता-पिता सहित सभी बड़ों को प्रणाम करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करें तो आपको श्रीराम के समान यश व वैभव प्राप्त होगा।क्योंकि कहा गया है
प्रात:काल उठके रघुनाथा। मातु पितहिं गुरु नावहिं माथा।
जब आपके दिन की अच्छी शुरुआत होती तो पूरा दिन आपके लिए अच्छा होगा और आप सफलता की सीढ़ी पर आसानी से चढ़ पाएंगे। सफलता मिलते ही आप स्वयमेंव सुंखी-संपन्न हो जाएंगे।
यह विधिविधान क्या है? इस पर मंथन करने पर पता चला है कि आप ब्रह्म मुहूर्त में चारपाई पर जागने के बाद अपनी दोनो हथेलियों को जोड़ कर दर्शन करें,क्योंकि-
कराग्रे वसते लक्ष्मी, कर मध्ये तू सरस्वती। कर मूले तू गोविन्दा प्रभाते कर दर्शनम।
अर्थात हथेली के अग्र भाग यानी आगे के हिस्से में मां लक्ष्मी का वास होता है। हथेली के मध्य भाग में मां सरस्वती का वास होता है और हथेली के मूल यानी कलाई के पास गोविन्दा यानी नारायण का वास होता है। इन तीनों देवों के दर्शन करने और उन्हें चूमने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो आपकी धनसंपदा में वृद्धि में सहायक होता है।
चारपाई से उठने के बाद आपके घर में माता-पिता सहित सभी बड़ों को प्रणाम करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करें तो आपको श्रीराम के समान यश व वैभव प्राप्त होगा।क्योंकि कहा गया है
प्रात:काल उठके रघुनाथा। मातु पितहिं गुरु नावहिं माथा।
जब आपके दिन की अच्छी शुरुआत होती तो पूरा दिन आपके लिए अच्छा होगा और आप सफलता की सीढ़ी पर आसानी से चढ़ पाएंगे। सफलता मिलते ही आप स्वयमेंव सुंखी-संपन्न हो जाएंगे।
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