उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इन चुनावों से भाजपा की ओर से सीएम योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस की ओर राहुल गांधी, सपा की ओर से अखिलेश यादव व बसपा की ओर से सुश्री मायावती की कड़ी परीक्षा होगी। युपी के इस चुनाव को 2019 के आम चुनाव का मिनी चुनाव माना जा रहा है क्योंकि इन्ही चुनाव से आम चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की नींव रखी जाएगी।
चुनाव तीन चरण में होगा। पहले चरण की वोटिंग 22 नवंबर, दूसरा 26 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 29 नवंबर को होगी। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। यूपी के राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने शुक्रवार को नगर निकाय सामान्य निर्वाचन 2017 की अधिसूचना जारी की। 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद, 438 नगर पंचायत में चुनाव कराया जाएगा। कुल मतदाताओं की संख्या 3.32 करोड़ है। जिनमें 53.5 फीसदी पुरुष और 46.5 फीसदी महिलाएं हैं।
नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के वैलेट पेपर से होंगे। वोटिंग तीन चरणों में होगी। पहला चरण 22 नवंबर को होगा जिसमें 25 जिलों में 5 नगर निगम के लिए वोटिंग होगी। दूसरे चरण का मतदान 26 नवंबर को होगा। इसमें 6 नगर निगम हैं। जबकि तीसरे और आखिरी चरण के लिए 29 नवंबर को मतदान होगा। वहीं मतगणना 1 दिसंबर को सुबह 8 बजे से होगी।
अब नगर निगम से जुड़े सभी राजस्व, गृह और नगर विकास के विभागों में नियुक्ति और ट्रान्सफर पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव तक सभी डीएम और एसएसपी अपने जिले को नहीं छोड़ सकेंगे। आयोग की पूर्व अनुमति से ही डीएम और एसएसपी ऐसा कर सकते हैं।
कानपुर और लखनऊ के मेयर 25 लाख खर्च कर सकते हैं। इसके अलावा मेयर 20 लाख खर्च कर सकते हैं। अभी तक साढ़े 12 लाखरुपये खर्च कर सकते थे। वहीं पार्षद 2 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं। अभी तक ये 1 लाख रुपये खर्च कर सकते थे। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अब 8 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं। इससे पहले सिर्फ 4 लाख रुपये ही खर्च कर सकते थे। सभी प्रत्याशियों को अपना खर्च देना होगा। जिले के जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित होगी।
यूपी में इस बार 16 सीटों के लिए मेयर का चुनाव हो रहा है। आगरा, इलाहाबाद, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी और फैजाबाद की सीटों को अनारक्षित रखा गया है। वहीं फिरोजाबाद, बनारस, सहारनपुर और गोरखपुर की मेयर सीट ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। मेरठ की सीट एससी महिला के लिए रखी गई है। गाजियाबाद में महिला सामान्य के लिए आरक्षित रखा गया है। इस बार चार निगमों में पहली बार मेयर का चुनाव हो रहा है। इनमें सहारनपुर, फिरोजाबाद, मथुरा और फैजाबाद नगर निगम शामिल हैं।
पहले चरण में यहां होंगे चुनाव (22 नवंबर)
शामली, मेरठ, हापुड़, बिजनौर, बदायूं, हाथरस, कासगंज, आगरा, कानपुर, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, अमेठी, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, गाजीपुर और सोनभद्र में चुनाव होंगे।
दूसरे चरण में यहां होंगे चुनाव (26 नवंबर)
लखनऊ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अमरोहा, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, इटावा, ललितपुर, बांदा, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बलिया, वाराणसी और भदोही में मतदान होगा।
तीसरे चरण में इन जिलों में मतदान (29 नवंबर)
सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, मुरादाबाद, संभल, बरेली, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, मऊ, चंदौली, जौनपुर और मिर्जापुर में वोट पड़ेंगे।
चुनाव तीन चरण में होगा। पहले चरण की वोटिंग 22 नवंबर, दूसरा 26 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 29 नवंबर को होगी। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। यूपी के राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने शुक्रवार को नगर निकाय सामान्य निर्वाचन 2017 की अधिसूचना जारी की। 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद, 438 नगर पंचायत में चुनाव कराया जाएगा। कुल मतदाताओं की संख्या 3.32 करोड़ है। जिनमें 53.5 फीसदी पुरुष और 46.5 फीसदी महिलाएं हैं।
नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के वैलेट पेपर से होंगे। वोटिंग तीन चरणों में होगी। पहला चरण 22 नवंबर को होगा जिसमें 25 जिलों में 5 नगर निगम के लिए वोटिंग होगी। दूसरे चरण का मतदान 26 नवंबर को होगा। इसमें 6 नगर निगम हैं। जबकि तीसरे और आखिरी चरण के लिए 29 नवंबर को मतदान होगा। वहीं मतगणना 1 दिसंबर को सुबह 8 बजे से होगी।
अब नगर निगम से जुड़े सभी राजस्व, गृह और नगर विकास के विभागों में नियुक्ति और ट्रान्सफर पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव तक सभी डीएम और एसएसपी अपने जिले को नहीं छोड़ सकेंगे। आयोग की पूर्व अनुमति से ही डीएम और एसएसपी ऐसा कर सकते हैं।
कानपुर और लखनऊ के मेयर 25 लाख खर्च कर सकते हैं। इसके अलावा मेयर 20 लाख खर्च कर सकते हैं। अभी तक साढ़े 12 लाखरुपये खर्च कर सकते थे। वहीं पार्षद 2 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं। अभी तक ये 1 लाख रुपये खर्च कर सकते थे। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अब 8 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं। इससे पहले सिर्फ 4 लाख रुपये ही खर्च कर सकते थे। सभी प्रत्याशियों को अपना खर्च देना होगा। जिले के जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित होगी।
यूपी में इस बार 16 सीटों के लिए मेयर का चुनाव हो रहा है। आगरा, इलाहाबाद, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी और फैजाबाद की सीटों को अनारक्षित रखा गया है। वहीं फिरोजाबाद, बनारस, सहारनपुर और गोरखपुर की मेयर सीट ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। मेरठ की सीट एससी महिला के लिए रखी गई है। गाजियाबाद में महिला सामान्य के लिए आरक्षित रखा गया है। इस बार चार निगमों में पहली बार मेयर का चुनाव हो रहा है। इनमें सहारनपुर, फिरोजाबाद, मथुरा और फैजाबाद नगर निगम शामिल हैं।
पहले चरण में यहां होंगे चुनाव (22 नवंबर)
शामली, मेरठ, हापुड़, बिजनौर, बदायूं, हाथरस, कासगंज, आगरा, कानपुर, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, अमेठी, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, गाजीपुर और सोनभद्र में चुनाव होंगे।
दूसरे चरण में यहां होंगे चुनाव (26 नवंबर)
लखनऊ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अमरोहा, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, इटावा, ललितपुर, बांदा, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बलिया, वाराणसी और भदोही में मतदान होगा।
तीसरे चरण में इन जिलों में मतदान (29 नवंबर)
सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, मुरादाबाद, संभल, बरेली, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, मऊ, चंदौली, जौनपुर और मिर्जापुर में वोट पड़ेंगे।
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