लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकें निकला रोड शो, जनता उमड़ी, दोनों नेता गदगद
देश की राजनीतिक दिशा और दशा तय करने वाले उत्तर प्रदेश में रविवार काफी महत्वपूर्ण रहा। इस दिन कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी और सपा के सर्वेसर्वा अखिलेश यादव ने गले मिलकर जनता को संदेश दिया कि वे एक हो रहे हैं। इसके बाद मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए राजधानी लखनऊ के मुस्लिम बहुुल इलाकों में दोनों ने रोड शो किया, लोग उमड़े। इससे दोनो युवा नेता गदगद हो गए। प्रेस कांफ्रेंंस में राहुल गांधी ने अपनी राष्ट्रीय दल का महत्व बनाए रखते हुए अखिलेश को अखिलेश और लडक़ा कहकर संबोधित किया। जबकि समाजवादी पार्टी के अखिलेश ने राहुल जी कह कर संबोधित किया। प्रेस कांफ्रेंस में 2019 के लोकसभा चुनाव के बारे में सवालों के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि हम लोग मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं और 2019 में भी मिल कर चुनाव लड़ेंगे। जब सीएम और पीएम पद के बारे में सवाल दागा गया तो अखिलेश ने साफ कर दिया कि वह सीएम है और पीएम पद के दावेदार नहीं हैं। वहीं राहुल गांधी ने अपने चेहरे की मुस्कान छिपाने की कोशिश की। कुल मिलाकर प्रदेश की राजनीति के मुताबिक भले ही सपा बड़े दल और कांग्रेस सहयोगी दल के रूप में अपनी भूमिका निभा रही हो लेकिन मंच पर राहुल ने नेशनल लीडर और सीनियर लीडर की भूमिका निभाई और अखिलेश यादव ने उनका सम्मान बनाए रखा। इससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी में कोरी अकड़ है जबकि अखिलेश यादव काफी सुलझे हुए नौजवान नेता दिखे। भाजपा पर दोनों नेता करारे प्रहार किए लेकिन मायावती की बसपा को लेकर दोनों नेताओं के रुख अलग-अलग नजर आए। राहुल गांधी ने कहा कि वह मायावती व कांशीराम दोनों की इज्जत करते हैं। राहुल गांधी ने गठबंधन को गंगा-जमुनी मिलन और प्रदेश में सरस्वती विकास करने के लिए उचित करार दिया। दोनों नेताओं ने एक स्वर से कहा कि गठबंधन प्रदेश में 300 सीटों पर जीत दर्ज करेगा।
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