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Monday, 2 January 2017

छोटे बचत खाता धारकों को सरकार ने दिया गिफ्ट

नोटबंदी के बाद बैंकों ने अपने यहां के बचत खाते सहित सभी प्रकार के खातों पर ब्याज दरों को घटा कर जनता के पैसे की कमाई का कम कर दिया है लेकिन सरकार ने इन छोटी बचत योजनाओं से लाभ उठाने वालों पर मेहरबानी दिखाते हुए मार्च माह तक की साल की पहली तिमाही में व्याज दर में किसी प्रकार की कमी न करके बचतकर्ताओं को एक तरह से नए साल का तोहफा दिया है। सरकार ने पीपीएफ और किसान विकास पत्र पर अक्टूबर से दिसम्बर की तिमाही में मिलने वाले ब्याज की दरों को जनवरी 2017 से मार्च 2017 तक बरकरार रखने का निर्णय लिया है।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पिछले साल सरकार ने यह फैसला लिया था कि बचत बैंक पर ब्याज दरों की हर तीन माह में समीक्षा की जाएगी उसके बाद नई दरों का ऐलान किया जाएगा। इस बार अक्टूबर से दिसम्बर के बाद नोटबंदी के चलते यह समीक्षा नहीं हो पाई है इसलिए सरकार ने वहीं पुरानी दरों को जारी रखने का निश्चय किया है जबकि बैँकों ने यह दरें कम कर दीं हैं।
सूत्रों के अनुसार पीपीएफ पर पहले की तरह एक वर्ष से पांच वर्ष की योजना पर 8 परसेंट ब्याज मिलता रहेगा। इसी तरह किसान विकास पत्र पर 7.7 परसेंट का ब्याज मिलेगा और यह 112 माह में मॅच्योर होगी यानी इस अवधि के बाद इसे भुनाया जा सकेगा। बालिकाओं के कल्याण के लिए प्रचलित सुकन्या समृद्धि स्कीम पर 8.5 परसेंट का ब्याज मिलेगा । सीनियर सिटीजन के सेविंग स्कीम पर भी इसी तरह की 8.5 परसेंट का ब्याज मिलेगा। सीनियर सिटीजन्स को ब्याज की राशि हर तीन माह में उनके खाते में डाली जाएगी। पांच साल की रिकरिंग डिपाजिट पर पूर्व की भांति 7.5 परसेंट का ब्याज मिलता रहेगा।

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