पुराने नोट देश में सिर्फ 5 जगह बदले जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत 8 नवम्बर से नोटबंदी के निर्णय के बाद से रोजाना ही नए-नए नियम लाकर लोगों को भ्रम में डाला जा रहा है। इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की साख पर असर पड़ रहा है क्योंकि देश की जनता बहुत भोली-भाली है वह अभी तीन-तिकड़मों को नहीं जानती। वह सीधी-सीधी बात जानती है। लेकिन इस बीच कई बार अनेक नए नियम लाए गए और नोट बदली की अवधि कम की गई। 19 दिसम्बर को अचानक रिजर्व बैँक का निर्णय आ गया कि 5 हजार से अधिक जमा करने पर अंडरटेकिंग देनी होगी। इसके बाद फैसला आया कि पुराने नोट केवल एक बार बदले जाएंगे। उसके बाद रिजर्व बैँक ने अपना यह फैसला वापस लिया। इसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया कि 1 जनवरी से 31 मार्च तक पुराने नोट रिजर्व बैँ के खास काउंटरों में बदले जाएंगे। लोगों को यह उम्मीद थी कि उनके शहरों में आरबीआई की शाखा में खास काउंटर खोले जाएंगे और वहा पर जांच-पड़तान और पूछताछ के बाद उनके नोट कम से कम एक बार तो बदल जाएंगे। अब आरबीआई का नया फैसला आ गया कि अब देश के सिर्फ पांच नगरों में स्थित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के कार्यालयों में नोट बदलने की सुविधा है। ये आरबीआइ के मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, नागपुर और दिल्ली कार्यालय हैं। अन्य किसी भी आरबीआइ के कार्यालय में नोट एक्सचेंज नहीं किए जा सकेंगे। इस फैसले से लोगों में गुस्सा है। कानपुर में रिजर्व बैंक के सामने जोरदार प्रदर्शन किया गया। इसी तरह बिहार की राजधानी पटना में भी लोगों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।आरबीआई के नए फैसले नोट बदलने वाले दलालों की चांदी हो जाएगाी क्योंकि जिसके पास एक-दो या चंद नोट पुराने होंगे तो वह बदलने के लिए रिजर्व बैँक की इन शाखओं में नही ंजा पाएगा। वह यह भी कोशिश करेगा कि उसके पुराने नोट चल जाएं। ऐसी स्थिति में कानून से खेलने वाले तिकड़मी दलाल आधे-पौने दामों में पुराने नोट लेकर इन शाखाओं में बदल सकते हैं।
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