बैंकों और पेट्रोल पम्प डीलरों के बीच चल रही एमडीआर को लेकर रस्साकसी का कोई नतीजा नहीं निकलने पर पेट्रोलियम मंत्रालय ने हस्तक्षेप करते हुए कहा है कि पेट्रोल पम्प 13 जनवरी के बाद से कार्ड पेमेंट से पेट्रोल भरेेंगे।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोल पम्प डीलर और बैंक तय करेगे कि एमडीआर की लेवी कौन लेगा। मालूम हो कि नोटबंदी के बाद से बैंकों ने पेट्रोल पम्प डीलरों से अपनी 0.25 से 1 परसेंट की लेवी नहीं वसूल रहे थे। नोटंबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद से बैंकों ने अपनी एक परसेंट की एमडीआर लेवी लेनी शुरू कर दी। इसके विरोध में सोमवार से पेट्रोल पम्प डीलरों ने कार्ड पेमेंट लेने से इनकार कर दिया है। पेट्रोल पम्प डीलर्स का कहना है कि वे बहुत कम मुनाफा दो परसेंट पर अपना कारोबार करते हैं और वे इसमें किसी भी तरह की कटौती को सहन नहीं कर सकते। दूसरी ओर बैंकों का कहना है कि नोटबंद के चलते हमने सरकार को सहयोग करने के लिए अपना एक परसेंट की लेवी 50 दिन तक छोड़े रखी है और अधिक दिनों तक इसे नहीं छोड़ा जा सकता है। दोनों के मध्य में मध्यस्थता करते हुए बैंकों और पेट्रोल पम्प डीलर्स से 13 जनवरी से पूर्व अपना मसला सुलझाने को कहा है और पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने ऐलान कर दिया है कि आगामी 13 जनवरी के बाद से कार्ड पेमेंट से पेट्रोल मिलने लगेगा। मालूम हो कि सरकार कैशलेस पेमेंट के लिए अपनी ओर से जोरदार अभियान चलाए हुए है जब पेट्रोल पम्प डीलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट से कहा कि यह सरकार विरोधी कदम नहीं है तो उन्होंने कहा कि हमारे पास इसका कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सरकार के कैशलेस अभियान के समर्थक है और चलाना भी चाहते हैं लेकिन इसके लिए हम अपने मुनाफे से किसी तरह का सौदा नहीं कर सकते क्योंकि हम बहुत कम मुनाफे पर अपना कारोबार करते हें।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोल पम्प डीलर और बैंक तय करेगे कि एमडीआर की लेवी कौन लेगा। मालूम हो कि नोटबंदी के बाद से बैंकों ने पेट्रोल पम्प डीलरों से अपनी 0.25 से 1 परसेंट की लेवी नहीं वसूल रहे थे। नोटंबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद से बैंकों ने अपनी एक परसेंट की एमडीआर लेवी लेनी शुरू कर दी। इसके विरोध में सोमवार से पेट्रोल पम्प डीलरों ने कार्ड पेमेंट लेने से इनकार कर दिया है। पेट्रोल पम्प डीलर्स का कहना है कि वे बहुत कम मुनाफा दो परसेंट पर अपना कारोबार करते हैं और वे इसमें किसी भी तरह की कटौती को सहन नहीं कर सकते। दूसरी ओर बैंकों का कहना है कि नोटबंद के चलते हमने सरकार को सहयोग करने के लिए अपना एक परसेंट की लेवी 50 दिन तक छोड़े रखी है और अधिक दिनों तक इसे नहीं छोड़ा जा सकता है। दोनों के मध्य में मध्यस्थता करते हुए बैंकों और पेट्रोल पम्प डीलर्स से 13 जनवरी से पूर्व अपना मसला सुलझाने को कहा है और पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने ऐलान कर दिया है कि आगामी 13 जनवरी के बाद से कार्ड पेमेंट से पेट्रोल मिलने लगेगा। मालूम हो कि सरकार कैशलेस पेमेंट के लिए अपनी ओर से जोरदार अभियान चलाए हुए है जब पेट्रोल पम्प डीलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट से कहा कि यह सरकार विरोधी कदम नहीं है तो उन्होंने कहा कि हमारे पास इसका कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सरकार के कैशलेस अभियान के समर्थक है और चलाना भी चाहते हैं लेकिन इसके लिए हम अपने मुनाफे से किसी तरह का सौदा नहीं कर सकते क्योंकि हम बहुत कम मुनाफे पर अपना कारोबार करते हें।
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