समाजवादी पार्टी के अस्तित्व और चुनाव चिन्ह का निर्णय चुनाव आयोग जल्द ही करने वाला है। समाजवादी पार्टी के दोनों धड़े समाजवादी पार्टी और चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा कर रहे हैं। हाालांकि समाजवादी के अखिलेश कैम्प ने अपनी पार्टी के पक्ष में पर्याप्त साक्ष्य जुटा कर चुनाव आयोग के सामने पेश भी कर दिए हैं। इसलिए इस गुट को विश्वास है कि समाजवादी पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह साइकिल उसे ही मिलेगा। इस बारे में अखिलेश यादव के करीबी उदय वीर सिंह कहते हैं कि चुनाव चिन्ह और पार्टी के नाम को लेकर वह कतई चिंतित नहीं है। उनका कहना है कि चुनाव चिन्ह की बात बहुत मामूली है। सपा के पारिवारिक द्वंद्व का लाभ हमे मिल रहा है। पिछले दो महीने से अखिलेश यादव का जिक्र प्रदेश के घर-घर में हो रहा है। लोग नजरे गड़ाए बैठे हैं कि अखिलेश यादव को कौन सा चुनाव चिन्ह मिल रहा है। चुनाव चिन्ह को पब्लिक को बताने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय चाहिए। उन्होंने मुलायम सिंह खेमे के इस आरोप को खारिज कर दिया कि अखिलेश यादव खेमा साइकिल के जब्त हो जाने पर मोटर साइकिल का चुनाव चिन्ह मांगेगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव चिन्ह पहले से ही किसी छोटे दल को आवंटित है। जब हमारी ओर सबकी नजरें हैं तो हम तीन पारंपरिक चुनाव चिन्ह आयोग को सौंपेंगे उनमें से एक कोई भी चिन्ह आयोग हमें दे देगा।
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