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Wednesday, 4 January 2017

नोटबंदी से टैक्स से सरकार का खजाना भरा

बजट अनुमान से अधिक राजस्व मिलेगा:जेटली

नोटबंदी के निर्णय के बाद करदाताओं पर हो रही सख्ती का शुभ संकेत देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विश्वास व्यक्त किया कि इस वर्ष मार्च के अंत तक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों का योगदार बजट अनुमान 16.3 लाख करोड़ रुपये अधिक होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में करों से 16.3 लाख करोड़ रुपये का राजस्व आने का अनुमान है। यह राशि पिछले वर्ष के वित्तीय वर्ष के 14.5 लाख करोड़ से 11 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बजट तैयारी के लिए आयोजित राज्यों के वित्त मंत्रियों की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि हम इस बार बजट अनुमानों से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों से राजस्व हासिल करने वाले हैं। उन्होंने बताया कि बजट में उन्होंने अनुमान लगाया गया है कि प्रत्यक्ष में 12.64 प्रतिशत की बढ़त होगी यह राशि 8.47 लाख करोड़ रुपये होगी और अप्रत्यक्ष कर में 10.8 प्रतिशत की बढ़त हो सकती है। यह राशि 7.79 लाख करोड़ रुपये होगी।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की इसी अवधिक की तुलना में  नवंबर तक अप्रत्यक्ष कर में 26.2 प्रतिशत का इजाफा हो गया था जबकि अप्रत्यक्ष करों में शामिल सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी,कस्टम और सर्विस टैक्स से बजट प्रस्ताव का 71.1 परसेंट होता है। जब पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बताया कि नोटबंदी के निर्णय से उनके राज्य में कर से मिलने वाले राजस्व में 13 परसेंट की गिरावट आई है। इस पर वित्त मंत्री श्री जेटली नेकहा कि जिन राज्यों ने अच्छे प्रयास किए उन्हें अच्छा परिणाम भी मिला है। उन्होंने पंजाब और हरियाणा राज्यों की ओर संकेत करते हुए कहा कि वहां पर तो आठ नवंबद के बाद करों से मिलने वाले राजस्व में किसी प्रकार की कमी नहीं आई है। श्री जेटली ने कहा कि जहां तक मेरा अनुमान है कि विमुद्रीकरण से अनौपचारिक अर्थव्यवस्था औपचारिक अर्थव्यवस्था में तबदील हो गई है और इसका लाभ आने वाले समय में सभी को मिलने वाला है। इसी उद्देश्य से यह नोटबंदी का निर्णय लागू किया गया था। उन्होंने फिर दोहराया कि जिन राज्यों ने अच्छा कार्य नहंीं किया वही लूजर रहे। 

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