नोटबंदी पर राष्ट्रपति द्वारा दी गई आर्थिक झटके की चेतावनी के बावजूद केन्द्रीय वित्त मंत्री रुण जेटली ने कहा कि वैसे तो दुनिया की अर्थव्यवस्था काफी कमजोर है, लेकिन अपने वृहद आर्थिक बुनियादी तत्वों में बेहतरी के बल पर भारत की स्थिति आज अपेक्षाकृत काफी मजबूत नजर आती है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा आभासी अर्थव्यवस्था एवं कर चोरी से निजात पाने के लिए उठाये गये कदमों का आगे चलकर जीडीपी और राजकोषीय मजबूती दोनों पर ही सकारात्मक असर पडऩे की आशा है। वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने आज नई दिल्ली में आयोजित की गई वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की 16वीं बैठक की अध्यक्षता करने के दौरान अपने शुरुआती संबोधन में ये बातें कहीं। एफएसडीसी की बैठक में सभी वित्तीय नियामकों और वित्त मंत्रालय एवं वित्तीय क्षेत्र के नियामकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। आज की बैठक में जिन गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया उनमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित आर.पटेल, वित्त सचिव अशोक लवासा, आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) में सचिव श्री शक्तिकांत दास, राजस्व विभाग में सचिव डॉ. हसमुख अधिया, वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) में सचिव सुश्री अंजुली चिब दुग्गल, निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) में सचिव नीरज कुमार गुप्ता, मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) डॉ. अरविंद सुब्रमण्यन, सेबी के चेयरमैन यू.के. सिन्हा, आईआरडीएआई के चेयरमैन टी.एस.विजयन, पीएफआरडीए के चेयरमैन हेमंत जी कांट्रैक्टर और भारत सरकार एवं वित्तीय क्षेत्र के नियामकों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण शामिल थे।
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