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Sunday, 13 November 2016

मां तेरी ममता है महान

मां तेरी ममता है महान,तू ही गीता,तू ही रामायण,
तू ही वेद पुराण। मां तेरी ममता है महान....

जब आया तेरी कोख में,बेहद सावधान रही तू मां,
उलटा-सीधा कुछ न खाया,हर दम रखती ध्यान तू मां,
नौ माह पाला कोख में,तेरा विचित्र ज्ञान है,
मां तेरी ममता है महान...

प्रसव पीड़ा सहकर मुझको ,तुने दिया संसार मां,
अमृत तुल्य दूध पिला,कर तूने किया दुलार मां,
कैसे भुला दूं तेरा प्यार मां,किया बहुत अहसान,
मां तेरी ममता है महान...

जब जब रोया,लोरी गाकर मुझको तूने सुलाया मां ,
याद रखा हर दम,क्षणभर नहीं भुलाया मां,्र
चरण वंदना करता हूं मां,तुझसे छोटे हैं भगवान,
मां तेरी ममता है महान...

जब जब शू शू करता मैं,चदरी गीली हो जाती थी,
मुझे सूखे में सुला कर,खुद गीले में सो जाती थी,
तेरा त्याग सोचकर,मुझे होता है अभिमान,
मां तेरी ममता है महान...

पुत्र होने का माता मैं भी, अपना फर्ज निभाऊंगा,
समय-समय पर माता मैं,तेरा श्रवण बन जाऊंगा,
तुझे नमन शत-शत बार नमन,तुझमें बसते हैं प्राण,
      मां तेरी ममता है महान...
                                         -नरेन्द्र शर्मा,एडवोकेट

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