आने वाले समय में रियल कारोबारियों की छवि तो सुधरेगी
नोट बंदी का सबसे अधिक असर रियल एस्टेट पर पडऩे वाला है। इस तरह की खबरें चहुंतरफा आ रहीं है लेकिन कुछ ऐसे रियल स्टेट के कारोबारी हैं, जो नोट बंदी के फैसले का खुले दिल से समर्थन करते हैं और ये कहते हैं कि इससे कोई खास फर्क नहीं पडऩे वाला। इन लोगों का कहना है कि अच्छे भविष्य के लिए देश बदल रहा है तो थोड़ी-थोड़ी परेशानी सभी के हिस्से में आएगी तो ऐसे में यदि रियल एस्टेट में तीन-चार माह की मंदी आ जाएगी तो कौन भूखों मर जाएगा। ग्रेटर नोएडा, कानपुर महानगर,लखनऊ,गाजियाबाद,नोएडा के कुछ कारोबारियों ने अपनी राय देते हुए कहा कि परेशानी तो उन्हें हो रही है जो तीन महीने में करोड़ों की सम्पत्ति को दो गुने से अधिक रेट पर बेच रहे थे और उसकी वास्तविक कीमत का दसवां हिस्सा सफेद धन में ले रहै। बाकी हिस्सा ब्लैक में ले रहे थे। इन लोगों ने तर्क दिया कि आज भी जो कर भुगतान करने वाला नौकरशाह है वे जमीन जायदाद खरीद रहे हैं। उनके लिए कोई परेशानी नहंीं है और ऐसे लोगों को प्रापर्टी बेचने वालों को भी कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश प्रापर्टी डीलरों को काले धनपति के रूप में देख रहा है। जब नोट बंदी का झंझावात खत्म हो जाएगा तो कम से कम हमारी छवि सुधरेगी और सरकार को हम भी टैक्स देकर ही बिजनेस करना चाहते हैं। ऐसे लोगों की छवि तो सुधरेगी।
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