ये पब्लिक है सब जानती है
देश की राजनीतिक दिशा तय करने वाला प्रदेश उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में गहमागहमी मची हुई है। नोट बंदी का फैसला भी इस बारे में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रदेश की सियासत में सक्रिय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह, बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव काफी सक्रिय हैं। मुलायम सिंह तो सीनियर पॉलिटिशियन का रोल निभा रहे हैं और अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती को बुआ का दर्जा देकर उन पर तंज कस रहे हैं और बुआ सुश्री मायावती भी उन्हें बबुआ और उनकी सरकार को बबुआ सरकार कह कर तंज कस रहीं हैं। इस पर नेताओं को फैसला करना चाहिए कि जो आचरण वह कर रहे हैं क्या जनता के बीच सरकार चुनने जैसी गंभीर प्रक्रिया के लिए उचित हैं या नहीं, क्योंकि ये पब्लिक है। वह अच्छी तरह से सोच कर फैसला करती है। यदि ऐसा न होता तो सरकारें बदलतीं नहीं। इसलिए इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
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