नोट बंदी के निर्णय लागू होने के बाद कैशलेस सोसायटी, कालेधन के खिलाफ अभियान,आयकर वंचकों को पकडऩे के अभियान से अर्थव्यवस्था को न सिर्फ मजबूत बनाने बल्कि विश्व में भारतीय अर्थव्यवस्था का लोहा मनवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अथक प्रयास किए हैं। उनके ये प्रयास जारी है। उनका कहना है कि मेरी सरकार का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी में ही भारत देश को विकसित देश बनाना है। प्रधानमंत्री के तमाम प्रयासों से भारतीय अर्थव्यवस्था ने विश्व स्तर पर जो छलांग लगाई है, उससे वह बहुत खुश हैं। श्री मोदी ने मन की बात में इन कामयाबियों का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले दिनों विश्व के ‘अर्थ मंच’ पर भारत ने अनेक क्षेत्र में अपना नाम बड़े गौरव के साथ अंकित करवाया है। उनका कहना है कि हमारे देशवासियों के लगातार प्रयासों का परिणाम है कि अलग-अलग संकेतों के जरिये भारत की वैश्विक रैंकिंग में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है। विश्व बैँक बिजनेस रिपोर्ट में भारत की रैँकिंग बढ़ है। हम भारत मे बिजनेस प्रैक्टिस को दुनिया के बेस्ट प्रैक्टिस के बराबर बनाने का तेजी से प्रयास कर रहे हैं और सफलता मिल रही है। अंकटाड द्वारा जारी वल्र्ड इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट के अनुसार टॉप रिस्पेक्टिव होस्ट इकोनॉमीस फार 2016-18 में भारत का स्थान तीसरा पहुँच गया है। वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम के ग्लोबल कम्पटीटिव्स रिपोर्ट में भारत ने 32 स्थानों की छलांग लगाई है । ग्लोबल इन्नोवेशन इन्डेक्स 2016 में हमने 16 स्थानों की बढ़त हासिल की है और वल्र्ड बैंक के लागिस्टिक परफार्मेंन्स इन्डेक्स 2016 में 19 रैक की बढोतरी हुई है। कई रिपोर्ट ऐसी हैं जिसके मूल्यांकन भी इसी ओर इशारा करते हैं। भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है ।
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