खुले में पेशाब व शौच की समस्या होगी खत्म
दिल्ली, गुडग़ांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में गूगल शौचालय लोकेटर की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन कामयाबी के नए परचम लहरा रहा है। शहरी क्षेत्रों में व्यक्तिगत और सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की रफ्तार बढऩे से स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) नए स्तर पर पहुंच गया है। जिससे सार्वजनिक शौचालय तक आसानी से पहुंच हो गई है। शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के पांच शहरों और मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में उपयोग के लिए सार्वजनिक शौचालय का पता लगाने के लिए गूगल मैप्स शौचालय लोकेटर ऐप का शुभारंभ किया। श्री नायडू ने कहा कि अब यह सुविधा दिल्ली, गुडग़ांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा तथा मध्य प्रदेश के दो शहरों में उपलब्ध है,जिससे खुले में पेशाब और खुले में शौच की समस्या का समाधान करने में मदद मिलेगी।अब आप स्वच्छ सार्वजनिक शौचालय कीवर्ड का उपयोग करके उपयोगकर्ता एनसीआर के पांच शहरों में बस और रेलवे स्टेशनों, मॉल, अस्पतालों, ईंधन स्टेशन, मेट्रो स्टेशन के आसपास स्थित 5162 शौचालयों तथा इंदौर 411 और भोपाल में 703 शौचालयों तथा सार्वजनिक तथा सामुदायिक शौचालय परिसरों का पता लगा सकते हैं। यह एप यह भी जानकारी उपलब्ध कराएगा कि शौचालय मुफ्त है या इसके लिए भुगतान करना होगा। इस सुविधा का आने वाले समय में अन्य शहरों में भी विस्तार किया जाएगा, शहरी विकास मंत्रालय ने इस सेवा के लिए गूगल के साथ भागीदारी की है।
श्री वेंकैया नायडू ने टॉलस्टाय मार्ग मेट्रो स्टेशन के पास, कॉपरनिकस मार्ग पर, हरियाणा भवन के सामने, शेरशाह रोड पर, राष्ट्रीय कला गैलरी में पीपीपी मॉडल के तहत नि:शुल्क स्मार्ट शौचालयों का भी शुभारंभ किया है।
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में एनडीएमसी ने गेट नम्बर 2, पालिका बाजार, नई दिल्ली में रिवर्स वेंडर मशीन की शुरुआत की है। जब इस मशीनों में एक प्लास्टिक की बोतल डाली जाती है तो यह एक रुपये तक के क्रेडिट की रसीद देती है। एनडीएमसी ऐसी 20 मशीनें लगा रही है। जिससे प्लास्टिक की बोतलों का कचरा रोकने में मदद मिलेगी।
श्री नायडू ने कहा कि यह मिशन अक्टूबर, 2014 में शुरु किया गया था जिसने वर्ष 2016 के दौरान रफ्तार पकड़ ली। इस कारण 502 शहरों और कस्बों ने अपने आपको खुले में शौच से मुक्त घोषित किया। अगले साल मार्च तक 237 अन्य शहर खुले में शौच से मुक्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मिशन के लक्ष्यों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में लक्ष्य के आधे शौचालयों का निर्माण हो चुका है।
श्री नायडू ने गुजरात, आंध्र प्रदेश, सिक्किम का नाम लिया जिन्होंने सभी शहरों और कस्बों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है। इसके अलावा केरल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, झारखंड, कर्नाटक तथा केंद्र शासित क्षेत्रों में चंडीगढ़ और पुडुचेरी शौचालयों के निर्माण में शीर्ष पर हैं। यहां वस्तुगत लक्ष्यों का 75 प्रतिशत से अधिक निर्माण हो चुका है।
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