30 दिसम्बर के बाद क्या होगा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत आठ नवंबर को लिये गये नोटबंदी के निर्णय के अनुसार 500 व 1000 के पुराने नोट के बंद होने की सरकारी मियाद 30 दिसंबर में मात्र चंद दिन रह गये हैं। अब चारों ओर लोगों के मन में तरह तरह की शंका उत्पन्न हो रही है कि अब सरकार क्या करेंगी? आयकर वाले एकदम टूट कर उन सभी लोगों को पकडऩे में जुट जाएंगे, जिन्होंने आठ नवंबर के बाद से सामान्य खाते में ढाई लाख रुपये से अधिक जमा किए हैं अथवा जनधन खातों में 50 हजार रुपये जमा करवाए हैं अथवा जमा किए हैं? ऐसे लोग अब इस भागदौड़ में जुट गए हैं कि आयकर के फंदे से कैसे बचा जाए। अपने नजदीकी टैक्स कन्सलटेंट और आयकर कानूनों के विशेषज्ञों और चार्टर्ड एकाउंटेंटों से सलाह लेने में जुटे हुए हैं। हालांकि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट घोषणा कर दी है यदि किसी ने किसी कारण से अपनी आय घोषित न कर पाई हो और आय के अनुसार अपना कर अदा न किया हो तो वह स्वेच्छा से अपनी आय की घोषणा करके कर अदा करके मुख्य धारा में शामिल हो जाए। यह अपराध इतना बड़ा नहीं है कि सरकार इसके लिए किसी को फांसी पर लटकाएगी। ऐसी स्थिति में घबराने से अच्छा हो तक राष्ट्रहित में नया रास्ता खोजें और ईमानदारी से अपनी आय की घोषणा करके इस फंद से बच जाएं। यह ध्यान रखना होगा कि आपके आय के स्रोत के अनुरूप ही आय पर आपको इस तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इससे अधिकवालों के लिए तो कानून का फंदा लटक ही रहा है।
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