कालेधन वाले हमेशा की तरह इस बार भी बेफिक्र होंगे कि सरकार थोड़े दिन शोर मचाकर फिर चुप हो जाएगी क्योंकि सरकार के पास इतना बड़ा तंत्र ही नहीं है जो देश में भारी संख्या में उपस्थित काला धन के रखवालों को पकड़ सके। इस बार हर बार की सरकारों से हटकर मोदी सरकार ने तैयार कर ली है और अंतिम चेतावनी भी दी है कि अभी समय है तो संभल जाओ वरना सरकार वो सबकुछ करेगी जो अब तक नहीं होता आया है। आयकर विभाग की नीतिगत संस्था केन्द्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड यानी सीबीडीटी के चेयरमैन ने दो टूक शब्दों में कहा कि कालेधन वाले किसी मुगालते में न रहें। इस बार सरकार का रवैया बहुत ही कठोर है। कोई भी कालाधन वाला बच नहीं पाएगा।
वित्त मंत्रालय पहले ही बता चुका है कि गत 2014-15 के वित्तीय वर्ष के दौरान करदाताओं द्वारा आयकर रिटर्न न भरने वाले 68 लोग पहचाने गए हैं। सीबीडीटी ने सभी बैंकों से कहा है कि जिन लोगों के खाते में 1करोड़ से अधिक की राशि जमा हों उनकी डिटेल उन्हें दे दी जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही अपनी जनसभा में कह चुके हैं कि काले धन वालों की मर्जी पर है कि वह सुधरना चाहते हैं या नहीं। उनका इशारा यही था कि सरकार एक मौका दे रही है उसके बाद तो अपनी कार्यवाही कर ही लेगी। सीबीडीटी के मौजूदा चेयरमैन ने दावा किया है कि उनके विभाग के पास बड़ा आईटी तंत्र है, जो किसी भी कालेधन वालें को बख्शेगा नहीं। वह चाहे कितना बड़ा ही रसूख वाला क्यों न हो। इससे पहले सीबीडीटी के पूर्व चेयरमैन ने कहा था कि सभी कालेधन वालों के खातों की जांच संभव नहीं है। आयकर विभाग के पास इतना बड़ा तंत्र नहीं है कि वह इतनी जल्दी से जांच कर सके। उन्होंने बताया था कि मौजूदा समय में 45 करोड़ खाते हैं। इनमें से एक प्रतिशत खातों यानी 23 लाख खातों की भी जांच कर पाना संभव नहीं है। सरकार ने उनके इस दावे को नकारते हुए स्पष्ट किया है कि वह सभी कालेधन वालों को पकड़ेगी भले ही हमें रिटायर्ड आयकर अधिकारियों का सहारा लेना पड़े।
वित्त मंत्रालय पहले ही बता चुका है कि गत 2014-15 के वित्तीय वर्ष के दौरान करदाताओं द्वारा आयकर रिटर्न न भरने वाले 68 लोग पहचाने गए हैं। सीबीडीटी ने सभी बैंकों से कहा है कि जिन लोगों के खाते में 1करोड़ से अधिक की राशि जमा हों उनकी डिटेल उन्हें दे दी जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही अपनी जनसभा में कह चुके हैं कि काले धन वालों की मर्जी पर है कि वह सुधरना चाहते हैं या नहीं। उनका इशारा यही था कि सरकार एक मौका दे रही है उसके बाद तो अपनी कार्यवाही कर ही लेगी। सीबीडीटी के मौजूदा चेयरमैन ने दावा किया है कि उनके विभाग के पास बड़ा आईटी तंत्र है, जो किसी भी कालेधन वालें को बख्शेगा नहीं। वह चाहे कितना बड़ा ही रसूख वाला क्यों न हो। इससे पहले सीबीडीटी के पूर्व चेयरमैन ने कहा था कि सभी कालेधन वालों के खातों की जांच संभव नहीं है। आयकर विभाग के पास इतना बड़ा तंत्र नहीं है कि वह इतनी जल्दी से जांच कर सके। उन्होंने बताया था कि मौजूदा समय में 45 करोड़ खाते हैं। इनमें से एक प्रतिशत खातों यानी 23 लाख खातों की भी जांच कर पाना संभव नहीं है। सरकार ने उनके इस दावे को नकारते हुए स्पष्ट किया है कि वह सभी कालेधन वालों को पकड़ेगी भले ही हमें रिटायर्ड आयकर अधिकारियों का सहारा लेना पड़े।
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