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Wednesday, 7 December 2016

जनता बोली, अच्छे दिनों से तो बेहतर बुरे दिन थे:चौ. शौकत अली चेची

ग्रेटर नोएडा। राष्ट्रीय लोकदल के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी शौकत अली चेची ने अपने विचार प्रकट कर 2014 में केंद्र में बीजेपी सरकार आने से पहले व बाद का बायोडाटा पेश कर करारा प्रहार किया है।  उन्होंने कहा कि  भ्रष्टाचार खत्म, महंगाई कम, सबको रोजगार, काला धन वापिस, देश में सब के खाते में 15 लाख रुपए, 56 इंच का सीना, एक सिर के बदले 10 सिर सहित अनेकों वादे लेकिन केंद्र में आने के बाद लव जेहाद,धर्मांतरण एक दूसरे से नफरत,डीजल-पेट्रोल में मूल्य वृद्धि , टैक्स में बढ़ोतरी, रेल किराया बढ़ोतरी,किसान का धान 45 सौ रुपए की जगह 2350 में, किसान मजदूर की कमर तोड़ी महंगाई, बढ़ी बेरोजगारी बड़ी, तीन तलाक पर राजनीति,गोरक्षा के नाम पर निर्दोषों पर अत्याचार,मीट कारोबार में बढ़ोत्तरी, 1000000 का सूट 30000000, 3500000 में बेचकर आदि  शेखचिल्ली वाली भाग दौड़ कर देश को गुमराह किया।  उन्होंने कहा कि देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा, सवा सौ करोड़ देशवासियों में जुमला पार्टी करार अपनी वादाखिलाफी पर चार चांद लगाने के लिए नया दांव चला कि देश की ब्लैकमनी पहले निकालेंगे और विदेशों का काला धन 2019 में देखेंगे, स्पष्ट हैकि  पहले अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता। 500 व हजार के नोट को बंद कर काले धन को उन्हीं के हाथ से खाते में डलवाए जा रहे हैं इससे डॉलर मजबूत होगा देश में शादियां रुकेंगी, शादी में खर्च भी कम होगा कोई बगैर इलाज के मरेगा तो कोई भूख से,पति पत्नी से नफरत करेगा। परिवार व देश में खुशी नहीं रहेगी तो खर्चा कम होगा और महंगाई अपने आप कम हो जाएगी।  2017 का चुनाव जीतना आसान होगा या नहीं लेकिन जिसे चोट लगी है जहर देना विश्वासघात से खतरनाक है। ं देश के  80 परसेंट लोग इस समय दुखी हैं मेरा ऐसा मानना है विरोधी या विपक्षी कुछ कहते हैं तो सत्ता पक्ष को समझना चाहिए काठ की हांडी एक बार चढ़ती है ब्लैक मनी तो लगभग 5 परसेंट ही मिलेगी उससे ज्यादा नहीं लेकिन लक्ष्मी की दुर्गति जरूर हो रही है जैसे जमीन में गाडऩा,नदी में फेंकना आग लगाना,रद्दी समझना,नए नोट को डबल मैं देना आदि बात है सुनने में आ रही है इससे पहले तो बुरे दिन ही ठीक थे यह है देश की जनता की आवाज है सोचना चाहिए। 

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