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Friday, 9 December 2016

काला धन जमा करने वालों की बढ़ीं धडक़नें

प्रमुख शहरों में आईबी,आईटी,ईडी टीमों ने डाला डेरा


जवाब तैयार करने के लिए सीए के कार्यालयों में फोनों का लगा तांता

नोटबदली की सीमा 30दिसंबर तक समाप्त होने के बाद होने वाली पूछतांछ और धरपकड़ से पहले ही देशभर में काले धन वालों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू हो गई है और बड़ी मात्रा में पुरानी और नई करंसी और सोना बरामद हो रहा है। इसके साथ ही सरकार की आईबी,आईटी,ईडी की टीमों ने देश सभी उन प्रमुख शहरों में डेरा डाल लिया है, जहां से भारी मात्रा में काले धन के होने की खुफिया खबरें मिल रहीं हैं। दूसरी ओर नोटबंदी की मियाद खत्म होने से पहले ही उन खातेदारों ने सीए के कार्यालयों में फोन पर पूछतांछ कर अपनी समस्या के समाधान की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने चेतावनी दी है कि आठ नवंबर के बाद जिन सामान्य खातों में ढाई लाख या उससे अधिक की राशि जमा की गई और जनधन खातों में 50 हजार या 49 हजार की राशि जमा की गई उनके बारे में पूछतांछ की जाएगी। राजधानी दिल्ली, बड़े महानगरों मुंबई,चेन्नई,बैगलूर, कोलकाता, लखनऊ, चंडीगढ़, कानपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा,गाजियाबाद,मेरठ,आगरा, भोपाल, इंदौर, जबलपुर,जयपुर, जोधपुर, अजमेर, अहमदाबाद,बड़ौदा, गांधीनगर,जामनगर,सूरत,देहरादून सहित देश के लगभग सभी राज्यों की राजधानियों व बड़े महानगरों में लोगों ने सीए से संपर्क करने की कोशिश की है। यह अनुमान लगाया जा रहा है इनमें से सभी कालेधन वाले तो नहीं हैं फिर भी कुछ ऐसे लोग है जो अपने कालेधन को सफेद बनाने की कोशिश में लगे हैं और जो अपने खाते में अपने रिश्तेदारों,मित्रों,परिचितों व कमीशनदाताओं के पैसे डालने की गलती कर चुके हैं तो उसका किस तरह से सामना करें, इसके लिए अपने-अपने जवाब तैयार कर रहे हैं।
कालेधन वाले वे व्यक्ति ज्यादा परेशान हैं जिन्होंने अपने विश्वासपात्र लोगों के जनधन खातों में अपने पैसे जमा कराए हैं। ऐसे लोग पैसे जाने से परेशान नहीं हैं बल्कि इससे परेशान हैं कि जनधन खाताधारक व्यक्ति बहुत ही साधारण व्यक्ति होता है और उसने सरकारी मशीनरी और उनके दांवपेंच का कभी सामना नहीं किया है और जल्द ही पोल खोल सकते हैं। ऐसे लोग अपने इन खाताधारकों को बचाने की जुगत में लग गए हैं और सीए से उनके लिए जवाब तैयार करवा रहे हैं। 

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