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Saturday, 3 December 2016

नोएडा में स्वच्छ समर्थता दौड़: दिव्यांग जनों ने कड़ी चुनौती पेश की

अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर आयोजित हुआ अनूठा कार्यक्रम

स्वच्छ समर्थता दौड़ के माध्यम से दिव्यांग जनों ने अपनी अनूठी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन किया। ‘अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस’ समारोह मनाने के लिए  पिछले सात दिनों से सात शहरों में आयोजित हो रही ‘स्वच्छ-समर्थ दौड़ 2016’ आज नोएडा के पाथवेज स्कूल में अंतिम दस किलोमीटर की दौड़ के साथ संपन्न हुई। इस दौड़ को कारगिल युद्ध के नायक कैप्टन अनुज नायक, एम.वी.सी की माँ श्रीमती मीना नायर ने नोएडा के पाथवेज़ स्कूल में आयोजित समारोह में झंडी दिखाकर रवाना किया। वह इस समारोह की सम्मानित अतिथि थी। क्योंकि प्रत्येक शहर में दौड़ को हरी झंडी दिखाने के लिए सम्मानित अतिथियों के रूप में वीर नारियों (युद्ध विधवाओं) को आमंत्रित किया गया था। इस मिशन में कुल दस हजार दिव्यांगजनों, वरिष्ठजनों तथा स्कूली बच्चों ने भाग लिया। नोएडा में 22 सौ लोगों ने इस चुनौती को अंगीकार किया।स्वच्छ-समर्थ दौड़ 2016 के संपन्न होने के अवसर पर एक भव्य समापन समारोह का 4 दिसंबर को दिल्ली के आर.आर अस्पताल के आयुर्विज्ञान सभागार में आयोजन किया जा रहा है।
यह अनूठी संकल्पना कारगिल युद्ध के योद्धा इंडियन ब्लेड मैराथन रनर मेजर डी.पी.सिंह की थी और भारतीय सेना ने इसका समर्थन किया था। इस दौड़ का उद्देश्य दिव्यांगजनों में आत्मविश्वास का संचार करना था और इसका आयोजन ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोड के साथ-साथ पडऩे वाले चंडीगढ़, अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नगरों में किया गया था।
‘स्वच्छ-समर्थ दौड़ 2016’ एक अनोखा आयोजन है,जो दो महत्वपूर्ण सामाजिक प्रयोजनों को रेखांकित करता है। एक तो यह दिव्यांगजनों की क्षमताओँ को प्रदर्शित करता है और समावेशन लाता है और दूसरा, यह लोगों के बीच जागरुकता का सृजन करने तथा स्वच्छता की दिशा में सामाजिक उत्तरादायित्व के प्रति एक मजबूत संदेश सम्प्रेषित करने के लिए ‘दिव्यांगजनों’ के नेतृत्व में एक ‘स्वच्छ अभियान’ का संचालन करता है। इस लक्ष्य को अर्जित करने के लिए दिव्यांगजनों ने दौड़ के माध्यम से अपनी शारीरिक क्षमताओँ को चुनौती दी और स्वच्छता मुहिम का नेतृत्व किया। 

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