तीन दिसम्बर को मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस
समाज के सभी वर्गो को समान रूप से सम्मान मिले, इस बात का ध्यान रखना हमारी सरकार का सबसे बड़ा दायित्व है। अपनी इसी दायित्व को निभाने के विकलांगों को दिव्यांग नाम दिया गया है। दिव्यांग दिवस पर उन्हें सम्मानित करके सरकार अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर लेती है। राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस अर्थात 3 दिसंबर को सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार-2016 प्रदान करेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत और केंद्र सरकार के मंत्रालयों के विभिन्न विशिष्टजनों की इस अवसर पर गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। इस अवसर पर कुल 78 व्यक्तियों/संस्थानों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। 1992 के बाद से हर साल अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस 3 दिसंबर के अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए उत्कृष्ट उपलब्धियां और कार्य करने वाले व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों, राज्य/जिले आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करता है।किनकों मिलता है ये पुरस्कार: (1) सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी/स्वयं नियोजित दिव्यांग, (2) श्रेष्ठ नियोक्ता और श्रेष्ठ प्लेसमेंट अधिकारी या एजेंसी, (3) दिव्यांगजनों की भलाई के लिए कार्य कर रहे श्रेष्ठ व्यक्ति और श्रेष्ठ संस्थान, (4) रॉल मॉडल,
(5) दिव्यांगजनों के जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य के लिए विकसित सर्वश्रेष्ठ व्यवहारिक अनुसंधान या नवाचार या उत्पाद, (6) दिव्यांगजनों के लिए बाधा मुक्त वातावरण के निर्माण में उत्कृष्ट कार्य, (7) पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने में सबसे अच्छा जिला, (8) राष्ट्रीय दिव्यांग फेडरेशन विकास निगम की सर्वश्रेष्ठ राज्य सुचारू एजेंसी, (9) सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक वयस्क दिव्यांग व्यक्ति (10) सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक बाल वयस्क दिव्यांग व्यक्ति, (11) सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस, (12) सर्वश्रेष्ठ सुगम्य वेबसाइट, (13) दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में सर्वश्रेष्ठ राज्य, (14) सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी
No comments:
Post a Comment