नवंबर माह में छह से 12 परसेंट की आई गिरावट
नोट बदली के फैसले के बाद से देश में नकदी की कमी होने से आटो इंडस्ट्री को नवंबर माह में खासा झटका लगा है। सोसायटी आफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से आटो सेक्टर को जबर्दस्त तरीके से प्रभावित किया है और नवंबर माह में सभी तरह के वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट आई है। हालांकि यात्री वाहनों में पिछली फरवरी माह के बाद से अब तक 1.82 परसेंट की वृद्धि हुई है लेकिन दो पहिया वाहनों की बिक्री में 6 परसेंट की गिरावट आई है। व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में 12 परसेंट की गिरावट आई है।सभी तरह के कुल वाहनों में लगभग 5.48 परसेंट यानी 15.73 लाख वाहनों की बिक्री की गिरावट आई है। पिछली 43 माह में यह वाहनों की सबसे अधिक गिरावट है। इससे वाहन उद्योग को करारा झटका लगा है।
सियाम के डाइरेक्टर जनरल विष्णु माथुर ने बताया कि अक्टूबर माह में त्योहारी सीजन को देखते हुए कंपनियों ने बाजार में डीलरों के पास पर्याप्त मात्रा में वाहनों की खेप भेज दी थी। इसके चलते ही इस उद्योग के टर्नओवर का पता चल पाया है। सियाम के अनुसार यह गिरावट अस्थाई है जल्द ही उद्योग इस मंदी से उबर जाएगा। श्री माथुर ने बताया कि उद्योग को लगता है कि यह स्थाई गिरावट है क्योंकि लोगों ने नोट बंदी के चलते नकदी की कमी के कारण वाहनों का खरीदना बंद कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जनवरी माह नोटों के चलन की व्यवस्था ठीक हो जाएगी तो वाहन उद्योग भी इस संकटर से उबर जाएगा। श्री माथुर ने बताया कि शहरोंं की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में प्रमुख रूप से यह मंदी आई है। दोपहिया वाहनों की खरीद-फरोख्त की स्थिति से ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की बिक्री की गिरावट सामने आई है।
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